जेएस एक समतल (Flat) नेटवर्क/ समूह/ संस्था/ मंच/ प्लैटफ़ार्म है। जहाँ हर विचार व सोच केवल सकारात्मक कार्य के लिए है। नकारात्मकता किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। क्योंकि सकारात्मक सोच ही समृद्धि एवं उन्नति का वाहक है जो हमें ऊँचाई पर ले जाता है।
जेएस का मूल सिद्धान्त है कि “आपस में समान स्वभाव के लोग (कोम्युनिटी) परिचित हों और परस्पर एक दूसरे की तन-मन-धन से और निःस्वार्थ भाव से कोम्युनिटी की सहायता करने का प्रयास करें”। इस सिद्धान्त पर काम करने से कोम्युनिटी के लोगों की हर प्रकार की समस्या का समाधान हो रहा है। परिणामस्वरूप सदस्यों के बीच आपसी सौहार्द और लगाव बढ़ रहा है। सभी सदस्य सामाजिक जुड़ाव की वजह से मनोवैज्ञानिक रूप से शक्तिशाली होने का अनुभव कर रहे हैं। इसका कोम्युनिटी के सदस्यों के बीच सकारात्मक संदेश है। जिस मंच (प्लैटफ़ार्म) का अरसे से इंतज़ार था, वह मिला गया है। वह है "जन सहयोग" यानी जेएस।
सामाजिक कार्य (सोशल वर्क) हेतु सामाजिक कार्यकर्ताओं (सोशल वालुंटिएर्स) की आवश्यकता है। कोम्युनिटी के विकास हेतु कर्मठ, जुझारू एवं समर्पित सोशल वालुंटिएर्स की आवश्यकता है जो कोम्युनिटी के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण समाज के लिए एक सोशल लीडर का दायित्व निभा सकें। जेएस एक व्यवस्थित प्रयास है। जेएस एक ऐसा मंच है जहाँ से कोम्युनिटी के सोशल लीडर पैदा हो रहे है जो समाज के उत्थान के लिए अग्रणी भूमिका निभाते हुए कोम्युनिटी को विकास की पहली पंक्ति में लाकर खड़ा कर करेगे। आज कोम्युनिटी में समाज सेवकों का अभाव है। इसलिए कोम्युनिटी के विकास के लिए बड़े पैमाने पर, व्यवस्थित ढंग से सामाजिक कार्यकर्ता (सोशल वालुंटिएर्स) विकसित करने की आवश्यकता है।
"जन सहयोग" (जेएस) के सृजन होने के पहले हमारे पास ऐसा कोई व्यापक व सर्वमान्य मंच नहीं था, जहाँ से कोम्युनिटी के सदस्य समाज सेवा करने की अपनी भावना को पूरा कर सकते थे। लेकिन अब जेएस एक ऐसा मंच तैयार हो गया है जहाँ कोम्युनिटी का कोई भी सदस्य एक सामाजिक कार्यकर्ता (सोशल वालुण्टिएर) के रूप में काम कर सकता है।
जेएस को विकसित करने के लिए विभिन्न प्रकार से सहयोग देकर इसे आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। जैसे-जैसे जेएस आगे बढ़ेगा, कर्मठ व समर्पित व्यक्ति की स्वतः ही सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनेगी और उसकी सामाजिक पूँजी (सोशल कैपिटल) का विस्तार होता जाएगा। जेएस का मंच आपके लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।
कोम्युनिटी के अंदर सामाजिक सेवक (सोशल वालुण्टिएर्स) पैदा करने के लिए जेएस एक बहुत सुंदर, सरल और सुलभ माध्यम है। आज कोम्युनिटी को कर्मठ, समर्पित व साहसी कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है। परंतु इसका बहुत अभाव है। इस कमी को JS के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। जेएस अभी तक हजारों कार्यकर्ता पैदा कर चुका है लेकिन कार्यकर्ताओं की संख्या को लाखों, करोड़ों तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
Now, Answer to What is Jan Sahyog:
"JS Is An Institution Which Develops Social Volunteers"